एक दुःखद वृतान्त
उम्मीदों में, अरमानो में
अपने सपनो के जहानो में
मै भी एक नायक हूँ
मुक्ति भाव का गायक हूँ
कुछ हुआ था ऐसा मेरे साथ
उस समय की बात। .........
(कवि के जीवन का एक दुःखद वृतान्त)
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अब तो बस अग्रानचल के साथ
करनी हैं सपनो की बात
सपनो के जहानो मे, मैं अपने आप को भुला बैठा
अपने ही हाथों से ही मैं, अपने सपनो का गला दबा बैठा
पवन शर्मा
(विचारक, लेखक एवं कवि)
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